भारत में सामाजिक मान्यताये पश्चिम से भिन्न हैं ! परन्तु विकास के साथ समाज में खुलापन हमें विषम स्थिति में ला खड़ा कर देता है . इसी द्वंद्व में बढ़ते हुए रेप और हिंशा देखे जाने चाहिए . बढती हुयी अनियंत्रित जनसँख्या एक और बहुत बड़ा कारन है . जनसँख्या कानून बना कर नियंत्रित करनी पड़ेगी .
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